Kalyanlok, Jawda, Nimbahera, Chittorgarh, Rajasthan 312601
श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय, निम्बाहेडा भारत का वीर सपूत श्री कल्लाजी राठौड की स्मृति उद्देश्य से 27 मार्च 2018 को शुभारम्भ किया गया | जिनका जन्म सन् 1544 (ए.डि.) विक्रम संवत् 1601 श्रावण शुक्ल अष्टमी तिथि को राजस्थान प्रान्त के नागौर नगर केसामियाना ग्राम में हुआ था। इनके पिताजी सामियाना जागीर के राव श्री अचलसिंहजी और माता श्वेत कुंवरजी थे। भक्तिमती मीरा बाई का जन्म भी आपके के ही कुल में हुआ था। वह कल्लाजी की बुआ लगती थी। कहते है इनकी माता श्वेत कुंवरजी ने शिव पार्वती के आशीर्वाद से उन्हे प्राप्त किया था। वीरवर कल्लाजी बड़े प्रतिभा सम्पन्न रणबांकुरे योद्धा हुये है। उन्होने योगविद्या की शिक्षा गुरु भैरवनाथजी से ली थी । उनकी कुलदेवी नागणेची थी। इनके जन्म का नाम केसरसिंह थाअपितु वह कहर, कल्याण, कमधज, वालब्रह्मचारी, योगी आदि नाम से जाने जाते थे। मातृभूमि के प्रति उनकी अटूट प्रेम तथा वैदिक संस्कृति, आयुर्वेद, योगादि के प्रति उनका विशेष अनुराग था ।
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